शनिवार, 6 फ़रवरी 2010

मेलबोर्न TO मुंबई

मुंबई और महारास्ट्र अगर केवल मराठियै के लिये है TO फिर मेलबोर्न और सिडनी में इंडियन स्टुडेंट के साथ होने बाली नस्लीय हिंसा को लेकर इतना बबाल KUY मचाया जा रहा है ? हम अपने ही देस में पनप रहे rigional नस्लवाद के विरोध में केवल खिसो में मुठिया भीच रहे है पर ऑस्ट्रेलिया को बहादुरी के साथ धमकिया रवाना कर रहे है की अगर भारतीयों के खिलाफ हिंसा नहीं रुकी TO दोनों देशो के बिच सम्बन्ध खराब हो सकते है । ऑस्ट्रेलिया को लगातार चेतावनी देने बाले देश के वर्तमान विदेश मंत्री केवल कुछ महीने पहेले तक तक ही महारास्त्र के राज्यपाल थे .और देश को जानकारी है की मुंबई की सडको पर जब नोर्थ इंडियन को निशाना बनाया जा रहा था तब DELHI में बैठे राज नेता उसे रोकने के LIYA केवल बयांन जारी कर रहे थे बहरी मुल्क से आकर मुंबई पर हमला करने बाले TERRORIST को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की जा रही है और इश्के LIYA देश ने पाकिस्तान के साथ सभ बातचीत रोक दी गयी , पर उसी महानगर में क्षेत्रीय अस्मिता के नाम पर जो राजनितिक बारूद बिछया जा रहा है उसके खिलाफ आवजे केवल नागरिक ही उठा रहे है वे लोग जो सत्ता में है वो मौन धारण किये है भारत का बिभाजन करने के LIYA देसी दस्ते तैयार हो रहे है आज शिव सेना तय कर रही है की मुंबई और महारास्ट्र पर केवल मराठी का हक़ है कल को कोई अन्य दल या संगठन किसी और राज्य में ऐसा ही फतवा जारी कर देगा ,अब भारत का संबिधान नहीं बल्कि राजनितिक हिंसा की क्षमता तय करेगी की देश के किस हिसे में किसे रहने और काम करने की आजादी हासिल है सता पाने और सरकार में बने रहने के LIYA की जा रही राजनीति राष्ट्रीय हितो को निशाना बनने दे रही है और देश में सबकुछ सामान्य तरीके से चल भी रहा है हो सकता है की आगे चल कर हिंदी में गाई जाने बाले 'राष्ट्रगीत' और राष्ट्रगान के भाषाई संस्करण जारी करने की मांग भी उठाई जाने लगे । सिद्ध किया जा रहा है की देश और राज्यों को जनता द्वारा संसद तथा विधानसभाओ के LIYA चुने जाने वाले प्रतिनिधी की सरकारे नहीं बलिक वे LOG चलाने BAALE है जिनके पास सडको पर आतंक मचाने की ताकत है देश के सवतंत्रता संग्राम में मुंबई और महारास्ट्र का महत्पूर्ण योगदान रहा है अंग्रेजो से भारत छोरने का शुरुआत भी मुंबई से ही उठा था .देश के तमाम NAAGRIKO के LIYA एक अवसर है की वे अपनी आवाज को उनलोगो के स्वरो में शामिल करे जो यह कहने की हिमत कर रहे है की महारास्ट्र सब के LIYA है और समूचा देश मराठी के LIYA है देश की एकता से सम्बंधित इस तरह के सवाल NAAGRIKO को ही निपटाना चाहिय ,

जन संदेस

किसी के गुणों की प्रसंशा , करने में अपना समय व्यर्थ मत करो .उसके गुणों को अपनाने की कोसिस करो .