सोमवार, 5 दिसंबर 2011

पुरानी यादें

समय से कुछ लम्हे चुरा लेती हैं यादे
दिल मे अपना घर बसा लेती है यादे
याद बहुत याद आती है यादे
वैसे तो यादों के सहारे कट जाती है ज़िंदगी
पर कभी जीना मुश्किल बहुत मुश्किल कर देती है यादे
अच्छी हों तो बहुत लुभाती है
पर बुरी हों तो बहुत रुलाती हैं यादें
ये हथेली भरी यादें
बहुत याद आती हैं यादे
कभी तो पलके भिगो जाती हैं
कभी मुस्कान बन जाती है यादें
वो समय जो पीछे बीत गया
पल जो हाथों से छूट गया
उसी की धरोहर बन जाती हैं यादें
इसीलिए याद बहुत याद आती है यादें
किसी के लिए गूँज शहनाई की
तो किसी के लिया किलकारी हैं यादें
किसी के लिए मिलन की.
तो कंही जुदाई हैं यादें
शायद इसिलिया बहुत तड़पाती हैं यादें
कुछ खट्टी तो कुछ मीठी है यादें
खरी खोटी जैसी भी हों
हैं तो आपनी ही यादें
वख्त बेवख्त कभी भी चली आती हैं यादें
याद बहुत याद ,बहुत ही याद आती हैं यादें

यह रचना मेरे द्वारा नहीं लिखा गया है

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