शनिवार, 30 जनवरी 2010
सी आर आर क्या है?
आज0 कल बैंक और कॉर्पोरेट जगत रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (आर बी ई)से आग्रह कर रहे है की वह सी आर आर की दर कम करे .यह मांग इसलिय की जा रही है ताकि इंटरेस्ट की दरो में कमी आ सके और आम आदमी व् कंपनियों को कर्ज कम दरो पर मिल सके .जाहिर है की सी आर आर का सीधा सम्बन्ध इंटरेस्ट रेट से है बैंक का दो प्रमुख काम हो ता है .लेना और देना .वे लोगो से जमा पूंजी लेते है और उन्हें कर्ज देते है लोगो से जो जमा पूंजी ली जाती है उसका कुछ हिसा कर्ज देने में लगा या जा ता है कुछ हिसा इन्वेस्टमेंट में इस्तेमाल किया जाता है और कुछ हिसा नगदी के रूप में र आर बी ई के पास रखा जाता है । जो हिसा RESERVE बैंक के पास रखा जाता है उसे ही सी आर आर कहा जा ता है जमा पूंजी का कितना हिसा आर आर बी ई के पास रखा जाये , यह वह खुद तै करता है फिलहाल सी आर आर का दर ५.७5% है अगर बैंको के पास एक लाख रूपए की पूंजी जमा हो टी है तो बैंको को करीब ६ हज़ार रूपए सी आर आर के रूप में आर आर बी ई के पास जमा करान होगा एस अकरने के PICHE दो IMPORTANT कारण FIRST सी आर आर में उतार चढ़ाऊ के द्वारा कर्ज वितरण को बढाया -घटाया जा सके इससे मोनी फ्लो को नियंत्रित किया जा सकता है SECOND कुछ प्रेसेंट नगदी इसलिय रखि जाती है ताकि किसी वितीय संकट में काम आ सके ...............................................?
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1 टिप्पणी:
thanks for the information.
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